बाबा के उपदेश समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय: त्रिभुवन
महासमुंद। ग्राम पचरी में गुरु घासीदास बाबा की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। पचरी में प्रथम बार पूर्व सांसद स्व. मिनीमाता ने प्रथम जय स्तंभ पर पालो चढ़ाया था, तब से आज पर्यंत हर वर्ष 20 दिसंबर को जयंती का आयोजन किया जाता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष व समाज प्रमुख त्रिभुवन महिलांग रहे। अध्यक्षता सरपंच सरिता चुड़ामणी डड़सेना ने कीं। श्री महिलांग ने कहा कि पचरी में आयोजित जयंती समारोह को देखने हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों का उत्साह बाबा का संदेश मनखे-मनखे एक समान सत्य होता दिख रहा है। कार्यक्रम को डीईओ लहरे, रमता डे व सरपंच सरिता चूड़ामणि ने भी संबोधित किया।
रात्रि में पंथी पार्टी पचरी व महिला पंथी पार्टी गुल्लू (आरंग) व छत्तीसगढ़ लोक कलाकार श्याम कुटेलिहा की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया। इस दौरान उपसरपंच गेंदराम जोशी, शिक्षक पुरुषोत्तम डड़सेना, पूर्व सरपंच देव कुमार टंडन, सरपंच प्रतिनिधि चूड़ामणि डड़सेना, देव कुमार चेलक, सागर जोशी, लखन टंडन, भगवानी गिलहरे, पूर्व जनपद सदस्य हेमंत डड़सेना, रेवाराम कुर्रे, पवन लहरे, उमेश डड़सेना, राजेश लहरे, अनिल मारकंडे, छोटू कुर्रे, प्रीति भगत, भूषण मारकंडे, वेदराम जोशी, रवि टंडन, रमेश मन्नाडे, रोजगार सहायक रघुराम कुर्रे, किशन गिलहरी, गजेंद्र मारकंडे, चित्रा बंजारे, राजू मारकंडे, बसंत जांगड़े, पूर्व सरपंच अर्चना मारकंडे, देवकी भाई जोशी, कुमारी टंडन, पंच देवसिंह घिरे, लाला जोशी, तुलसी टंडन, झाड़ू राम टंडन, जगदीश डड़सेना, गाडाराम निषाद पंच, गोकूल जोशी, श्यामलाल रात्रे, हरिमदास महिलांग, भगत अलित लहरे, राजमहंत कुंजन दास मारकंडे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणवासी उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन व्याख्याता उपदेश कुमार मारकंडे व सरपंच प्रतिनिधि चूड़ामणि डड़सेना ने किया।
