कौंदकेरा के ग्रामीणों का पैरा समर्पण की अनूठी पहल

महासमुंद। सरकारी आदेश के बाद भी लोग खेतों में पराली जला रहे है, वहीं जिला मुख्यलय से 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित किसी सरकारी सहयोग के बिना जन सहयोग से गांव कौंदकेरा गौठान में गायों के लिए पैरा समर्पण की अनूठी पहल प्रस्तुत कर रहा है। स्थानीय ग्रामीण और प्रतिनिधि योगेश्वर चंद्राकर ने जानकारी देते हुए बताया गांव के किसानों ने सामूहिक बैठक लेकर गोठान में पैरा समर्पण करने का प्रस्ताव किया। इसमें सभी की सहमति से किसानों को इस बात के लिए तैयार किया गया कि, सभी किसानों को अपनी क्षमता अनुरूप गोठान में पैरा पहुँचाकर पैरा का भंडारण करना है। इसके लिए बाकायदा रजिस्टर एंट्री करने सदस्य भी नियुक्त किया गया। लोगों को इस बात के लिए भी जागरूक किया गया कि इससे न केवल गोठान जो की जाली फेंसिंग युक्त है उसमें खुले मवेशियों को रखने में सुविधा होगी बल्कि चारा और पानी की उपयुक्त व्यवस्था जो वर्तमान में ग्रामीणों द्वारा की जा रही है उसके फसल चरने की समस्या से भी किसानों को राहत मिलेगी। साथ ही गौ धन भी सुरक्षित रहेगा और आज इसी का परिणाम है कि गांव के गोठान में 107 ट्रैक्टर से भी ज्यादा पैरा का भंडारण सुरक्षित शेड में किसानों के सहयोग से किया गया है। ऐसा नहीं की यह पहली बार हो रहा है गोठान बनने के बाद बारिश और गर्मी के मौसम के लिए यहाँ हर वर्ष पैरा भंडारण किया जाता है, साथ ही पानी के लिए बने टंकियों में बोर के माध्यम से पानी भी नियमित भरा जाता है।