‘अपराध मुक्ति का एकमात्र विकल्प है चेतना विकास मूल्य शिक्षा’

महासमुंद। विकल्प, अध्ययन, अभ्यास के तीन दिवसीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से पहुंचे जीवनविद्या प्रबोधकों, शिक्षकों को संबोधित करते हुए शिक्षक गेंदलाल कोकड़िया ने कहा कि विकल्प ही मानवीय मूल्यों की शिक्षा का अनिवार्य वस्तु है, विकल्प का अर्थ उपाय से है, उपयुक्त पद्धति, जीने का सही तौर तरीकों से है। जीवन विद्या के अध्ययन, अभ्यास से ही विकल्प की समझ और स्वत्व बनता है, जिससे हम जागृति के पथ पर आगे बढ़ते हैं। साधक, साधना और अध्ययन के फलस्वरूप विद्वान बनता है। विद्वान व्यक्ति ही विद्वता के प्रदर्शन के फलस्वरूप समाज को जागृत करता है। नागराज ने ही विकल्प का अनुसंधान किया है।
कार्यशाला में जीवन विद्या के अंतरराष्ट्रीय प्रबोधक सोमदेव त्यागी, मानव वैज्ञानिक डॉ. संकेत ठाकुर, मानवीय शिक्षा शोध केंद्र अछोटी और डॉ. साधन भट्टाचार्य, मानव तीर्थ बेमेतरा से उपस्थित रहे। सोमदेव त्यागी ने जीवन विद्या लोक व्यापीकरण के लिए प्रयासों की समीक्षा करते हुए डॉ. संकेत ठाकुर और शिक्षक गेंदलाल कोकड़िया के प्रयासों को महत्वपूर्ण माना है। उन्होंने छत्तीसगढ़ से पहुंचे शिक्षकों को जीवन विद्या के अभ्यास और अध्ययनपूर्वक जीने के तरीके बताए। संकेत ठाकुर ने जीवन विद्या लोक व्यापीकरण अभियान को संसार से अपराध मुक्ति का एकमात्र विकल्प बताया है। कोकड़िया ने विकसित भारत-विकसित संसार का स्वप्न हर मानव का स्वप्न है, जो कि बगैर स्कूली शिक्षा में मानवीय मूल्यों की शिक्षा के बगैर संभव नहीं है। आज विकल्प की समझ नहीं होने के कारण असामयिक मृत्यु, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, नशाखोरी, युद्ध, संघर्ष, ईर्ष्या, द्वेष,अपराध,मतभेद बढ़ रहा है। मानव मानसिक तनाव से ग्रस्त है। कार्यक्रम में राखी गेंदलाल कोकड़िया, रविकांत मनी, इंजीनियर चंद्रशेखर राठौड़, बाबूलाल नायक, उर्मिला सिदार, हीरालाल साहू, जितेंद्र साहू, मंजित सिंह सरदार, डाली आदि मौजूद रहे।