एग्रीस्टैक डिजिटल फसल सर्वेक्षण के गिरदावरी सूची पठन का कार्य निरंतर जारी
बालोद, 08 अक्टूबर 2025/ बालोद जिले में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण के तहत गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन का कार्य निरंतर जारी है। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखण्ड के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में निर्धारित तिथियों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत आज कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार अतिरिक्त तहसीलदार बालोद सुश्री संध्या नामदेव ने बालोद विकासखण्ड के ग्राम मुजगहन में आयोजित विशेष ग्राम सभा में उपस्थित होकर गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची के पठन कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच तथा अन्य जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के अलावा राजस्व निरीक्षक, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, समिति प्रबंधक सहित मैदानी अमले के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि आज एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन हेतु बालोद तहसील में ग्राम पंचायत मुजगहन के अलावा लोण्डी, पोण्डी, नेवारीखुर्द, चिचबोड़, भेड़िया नवागांव, गुरूर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जेवरतला, खर्रा, कन्हारपुरी सहित जिले के सभी तहसीलों के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से पटवारियों एवं ग्राम पंचायत सचिवों के द्वारा गिरदावरी सूची का पठन किया गया। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार आज आयोजित विशेष ग्राम सभा के दौरान ग्रीष्मकाल में बढ़ते जल संकट को देखते हुए एवं जिले में जल संरक्षण के उपाय सुनिश्चित करने हेतु किसानों को ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन, तिलहन एवं अन्य फलस उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया गया।
आज आयोजित ग्राम सभा के दौरान एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत खरीफ वर्ष 2025-26 के लिए डिजिटल फसल सर्वेक्षण के तहत हुए गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन कर ग्रामीणों को उनके रकबे और बोए गए फसल की जानकारी दी गई। इसके अलावा ग्राम पंचायतों के सूचना पटल पर डिजिटल फसल सर्वेक्षण की सूची को चस्पा भी किया गया है। जिसका ग्रामीण अवलोकन कर अपने रकबे और फसल की जानकारी ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशों के अनुरूप जिले में किसानों के फसलों का डिजिटल सर्वेक्षण मोबाइल ऐप के माध्यम से रियल टाइम में किया गया, जिसमें खेत की भौगोलिक स्थिति के साथ फसल की फोटो अपलोड की गई है। राज्य शासन द्वारा भू-नक्शों के जीव-रिफ्रेसिंग के पश्चात अब त्रुटिरहित फसल सर्वेक्षण संभव हुआ है। इस पहल का उद्देश्य त्रुटिरहित फसल गिरदावरी सुनिश्चित करते हुए किसानों के फसलों की सटीक और तकनीकी जानकारी एकत्रित करना है, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित की जा सके। डिजिटल फसल सर्वेक्षण में किसानों की फसलों की सभी जानकारियां एग्री स्टैक पोर्टल में दर्ज की गई है। जिससे किसानों को फसल उत्पादकता के लिए जरूरी इनपुट जैसे फसल ऋण, विशेषज्ञों की सलाह से लेकर बाजार उपलब्ध कराने में एग्री स्टैक पोर्टल से मदद मिलेगी। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।