कलेक्टर ने सरपंचों से आग्रह किया है कि वे अपने ग्राम पंचायतों को बाल विवाह मुक्त बनाये

अब तक जिले के 135 ग्राम पंचायत एवं 2 नगरीय निकाय हुए बाल विवाह मुक्त
गरियाबंद 07 अक्टूबर 2025/ बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत् जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए रणनीति व कार्ययोजना अनुसार 31 मार्च 2029 तक जिले को सम्पूर्ण बाल विवाह मुक्त बनाना है। इकसे तहत राज्य शासन द्वारा गरियाबंद जिले को वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल ग्राम पंचायत- 334 का 40 प्रतिशत अर्थात् 134 ग्राम पंचायतों एवं 02 नगरीय निकायों का बाल विवाह मुक्त कर प्रमाण पत्र जारी किये जाने का निर्धारित लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिले में अब तक 135 ग्राम पंचायतों एवं 02 नगरीय निकायों इनमें कोपरा एवं छुरा को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं बाल विवाह मुक्त नगरीय निकाय घोषित किया जा चुका है। जिसमें जिले में कुल 135 ग्राम पंचायतों को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं 02 नगरीय निकायों से नियमानुसार विगत दो वर्षों में बाल विवाह का प्रकरण नही होने संबंधी दस्तावेज प्राप्त हुये है। कलेक्टर बी.एस उइके ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में छुरा विकासखण्ड के तीन ग्राम पंचायतों के सरपंचों को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत का प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें ग्राम पंचायत कोसमी, चुरकीदादर एवं द्वारतरा शामिल है। कलेक्टर ने जिले के सभी सरपंचों से आग्रह किया है कि वे भी अपने ग्राम पंचायतों को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत बनाये। इसके लिए ग्रामीणों को अधिक से अधिक जागरूक करें। इस दौरान जिला पंचायत के सीईओ प्रखर चन्द्राकर, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।