एग्रीस्टैक डिजिटल फसल सर्वेक्षण के गिरदावरी सूची पठन का कार्य जारी

ग्रामीण अपने रकबे और फसल का सूचना पटल पर कर रहे हैं अवलोकन
बालोद, 06 अक्टूबर 2025/ बालोद जिले में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वेक्षण के तहत गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन का कार्य निरंतर जारी है। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखण्ड के ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत आज डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत खेरथा, देवरी एवं गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत खप्परवाड़ा, मुण्डरा, तवेरा तथा गुरूर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत हितेकसा, डाण्डेसरा, बोरिदकला, पेरपार, चंदनबिरही, मुड़गहन, बासिन, मोहारा, कपरमेटा, देवकोट, परसुली सहित जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से पटवारियों एवं ग्राम पंचायत सचिवों के द्वारा गिरदावरी सूची का पठन किया गया। इस दौरान एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत खरीफ वर्ष 2025-26 के लिए डिजिटल फसल सर्वेक्षण के तहत हुए गिरदावरी कार्य की सर्वे सूची का पठन कर ग्रामीणों को उनके रकबे और बोए गए फसल की जानकारी दी गई। इसके अलावा ग्राम पंचायतों के सूचना पटल पर डिजिटल फसल सर्वेक्षण की सूची को चस्पा भी किया गया है। जिसका ग्रामीण अवलोकन कर अपने रकबे और फसल की जानकारी ले रहे हैं।
आज जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा के माध्यम से डिजिटल क्रॉप सर्वे और मैनुअल गिरदावरी का वाचन किया गया। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशों के अनुरूप जिले में किसानों के फसलों का डिजिटल सर्वेक्षण मोबाइल ऐप के माध्यम से रियल टाइम में किया गया, जिसमें खेत की भौगोलिक स्थिति के साथ फसल की फोटो अपलोड की गई है। राज्य शासन द्वारा भू-नक्शों के जीव-रिफ्रेसिंग के पश्चात अब त्रुटिरहित फसल सर्वेक्षण संभव हुआ है। इस पहल का उद्देश्य त्रुटिरहित फसल गिरदावरी सुनिश्चित करते हुए किसानों के फसलों की सटीक और तकनीकी जानकारी एकत्रित करना है, जिससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित की जा सके। डिजिटल फसल सर्वेक्षण में किसानों की फसलों की सभी जानकारियां एग्री स्टैक पोर्टल में दर्ज की गई है। जिससे किसानों को फसल उत्पादकता के लिए जरूरी इनपुट जैसे फसल ऋण, विशेषज्ञों की सलाह से लेकर बाजार उपलब्ध कराने में एग्री स्टैक पोर्टल से मदद मिलेगी। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।