एससी-एसटी एक्ट के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग

सतनामी समाज ने कलेक्टर-एसपी को सौंपा ज्ञापन
महासमुंद। सतनामी समाज ने कलेक्टर, एसपी को सौंपे ज्ञापन में एससी-एसटी एक्ट के आरोपियों को स्थानीय पुलिस द्वारा संरक्षण दिए जाने का आरोप लगाया है। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि पीड़ित के खेत का रास्ता खुलवाने तथा अमलीडीह के पीड़ितों का गांव से किया गया बहिष्कार वापस लेने की मांग की गई है।
महासमुंद जिले के कोमाखान थाना क्षेत्र के मोखा निवासी ईश्वरी बघेल व उनके परिवार के साथ तत्कालीन सरपंच सृष्टि चंद्राकर व उनके पति गोविंद चंद्राकर द्वारा जातिगत गाली गलौज व मारपीट पर एससी एसटी एक्ट व अन्य धारा में अपराध दर्ज है। इसके बावजूद अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उल्टे गोविंद चंद्राकर व खोमन चंद्राकर ने ईश्वर बघेल के खेत के चारों ओर तार का घेरा लगाकर रास्ता बंद कर दिया है, जिससे पिछले साल खरीफ फसल की बोआई नहीं हो पाई और लगभग दस एकड़ खेत पड़त पड़ गई। ईश्वर बघेल को परेशान करने व खेत बेचकर गांव छोड़कर जाने पर मजबूर करने की नीयत से कुछ महीना पहले खोमन चंद्राकर के पास से ईश्वर बघेल के खेत की सामने की जगह को खरीदकर रास्ता रोका गया है। बता दें कि
खल्लारी थाना क्षेत्र के अमलीडीह में सतनामियों पर पंचायत चुनाव में वोट नहीं देने का आरोप लगाकर जातिगत गाली-गलौज मारपीट कर महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। साथ ही पीड़ित सतनामियों के साथ लेन देन मजदूरी व सार्वजनिक जोत जंवारा सभी कार्यों से बहिष्कृत कर दिया गया है। जिसकी शिकायत खल्लारी थाना में करने पर आवेदन लेने से इंकार कर दिया, तब एसपी कार्यालय में आवेदन दिया, बाद काउंटर केस दर्ज किया गया। अजाक्स थाना में बार-बार आवेदन देने पर डीएसपी द्वारा एससी एसटी एक्ट लगाने की बात कह रहीं हैं। लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। जबकि सभी आरोपी गांव में ही खुलेआम घूम रहे हैं।