बारिश व ओलावृष्टि से रबी फसल हो गई चौपट

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किसानों ने मुआवजा के लिए कलेक्टर से लगाई गुहार
महासमुंद। पिछले तीन दिनों से जिले में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है। जिसके चलते सैंकड़ों किसान कलेक्टोरेट पहुंच कर कलेक्टर से मुआवजे की गुहार लगाई है।
ग्राम जलकी, छपोरा, अचानकपुर, बंदोरा, पटेवा, झलप, फुसेराडीह, बांसकुड़ा, बिरबिरा, नवागांव, खट्टा, घुघली के किसान हीरालाल निषाद, माखन लाल सेन, डालेश्वर पटेल, नरेश्वर पटेल, महेश पटेल, रोहित कुमार, मनोहर पटेल, योगेश साहू ने बताया कि एक एक गांव में सौ से भी ज्यादा किसान है और प्रत्येक गांव के 90 प्रतिशत फसल बर्बाद हो गया है। किसानों का कहना है रबी फसल में जितना लागत लगाया है वो निकल पाना मुश्किल है। ऐसे में हम सब किसान को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने सिरपुर क्षेत्र, पटेवा क्षेत्र, झलप क्षेत्र के दर्जन भर से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि से रबी सीजन की धान की फसल बर्बाद हो गई है। धान की फसल खेतो में गिर गए हैं जिससे धान की बालियां झड़ गई है। सैकड़ों एकड़ की फसल चौपट हो गई है। उन्होंने बताया कि ओलावृष्टि 20 मिनट ही हुई, लेकिन ओलों की साइज 80 से 100 ग्राम थी। एक एकड़ में लगभग 20-25 हजार रुपये खर्च आता है। इसलिए शासन, प्रशासन से मुआवजे की मांग करने आए हैं। किसानों ने बताया कि कलेक्टर ने हमारी बात सुनी और जल्द ही अपर कलेक्टर के नेतृत्व में तहसीलदार, आर आई, पटवारी से नुकसान हुए फसलों का आंकलन कराने कहा। इधर, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक मौसम यूं ही बने रहने की संभावना जताई है जिसे लेकर किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
अंधड़ के साथ ओलावृष्टि संभव
प्रदेश के ऊपर बने उत्तर-दक्षिण द्रोणिका और ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक, तेज हवाएं, अंधड़ और हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि और वज्रपात की भी चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश से लेकर दक्षिण तमिलनाडु तक एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका बनी हुई है, जो लगभग 1.5 ङट की ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके साथ ही 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक चक्रवाती परिसंचरण भी सक्रिय है, जो विदर्भ, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक होते हुए तमिलनाडु तक फैला है। इन मौसमी प्रणालियों के चलते प्रदेश में नमी बढ़ी है और वातावरण में अस्थिरता बनी हुई है, जिससे हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही एक-दो स्थानों पर तेज हवाएं चलने (30-40 किमी प्रति घंटा) और अंधड़ के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। दो दिन बाद हवाओं की रफ्तार और बढ़ सकती है, जो 40-50 किमी प्रति घंटा तक जा सकती है।