सरकारी शराब दुकानों के कर्मचारियों 2 महीने से नहीं मिला वेतन
20 मार्च से काम बंद करने का ऐलान
महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के देशी और अंग्रेज़ी शराब दुकानों में कार्यरत करीब 180 से कर्मचारियों को पिछले 2 महीने से वेतन नहीं मिला है। 20 मार्च तक कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं मिला तो काम बंद कर देने का ऐलान किया है। वहीं कलेक्टर ने श्रम अधिकारी को भुगतना कराने के निर्देश दिए।
महासमुंद जिले में सरकारी देशी और अंग्रेज़ी शराब के 39 दुकानें संचालित हो रही है। इन दुकानों में मुख्य बिक्रेता, बिक्रेता और मल्टी के पद पर 186 कर्मचारी प्लेसमेंट एजेंसी इगल हंटर के मार्फत कार्यरत हैं। मंगलवार को 50-60 कर्मचारियों ने कलेक्टोरेट में आयोजित जन चौपाल में कलेक्टर विनय कुमार लहंगे को पिछले 2 माह से वेतन नहीं मिलने की लिखित शिकायत की है। इसके अलावा कर्मचारियों ने आबकारी आयुक्त के नाम प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी को आवेदन सौंपा है। कर्मचारियों का कहना है कि, परिवार का भरण-पोषण, बुजुर्ग माता-पिता का इलाज -दवा, बच्चों का स्कूल फीस वेतन भरोसे होता है। घर परिवार के लिए क़र्ज़ लेकर चला रहे हैं।
प्लेसमेंट एजेंसी इगल हंटर नवंबर 2024 का वेतन जनवरी 2025 को और दिसंबर 2024 का फरवरी 2025 को भुगतना किया गया है। जबकि जनवरी – फरवरी 2025 का वेतन ही नहीं दिया गया। कर्मचारियों ने कलेक्टर को बताया कि, माह दिसंबर 2024 के प्रत्येक कर्मचारियों का बिना कारण के 3000 से 5000 रुपये वेतन से काटा गया। एक कर्मचारी का 25 हजार काट लिया गया। जबकि सुबह 10 से रात्रि 10 बजे तक 12 घंटे बिना किसी छुट्टी के काम करते हैं। वेतन कटौती की शिकायत संबंधित आबकारी विभाग प्रभारियों से की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। बता दें कि, 186 कर्मचारियों को प्रति माह करीब 50 लाख का भुगतान होता है।
कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 6 महीने से प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा वेतन से पीएफ तो काटा जा रहा है लेकिन कर्मचारियों के खाते में जमा नहीं हो रहा है। प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी निधिष कोष्टी का कहना है कर्मचारी सभी आए थे आवेदन दिए हैं। प्लेसमेंट एजेंसी से चर्चा हुई है शाम रात तक जनवरी माह का भुगतान कर दिया जाएगा।