किसानों से ऋण वसूली शेष, अब नोटिस देने की तैयारी
लिंकिंग से अब तक 417 करोड़ रुपए से अधिक वसूली
महासमुंद। धान खरीदी समाप्त हुए 45 दिन से ज्यादा हो चुके हैं। खरीफ सीजन में किसानों ने 427 करोड़ रुपए का ऋण लिया था। धान खरीदी के दौरान लिंकिंग के माध्यम से अब तक 417 करोड़ रुपए से अधिक अब तक वसूली हुई है। समय पर भुगतान नहीं करने पर बकायदारों को अब नोटिस दिए जाने की तैयारी की जा रही है।
जिला सहकारी बैंक से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 82 हजार 527 किसानों ने खरीफ सीजन की फसल के लिए ऋण लिया था। अब तक 80 हजार 71 किसानों ने 417 करोड़ 30 लाख ऋण का भुगतान कर दिया है। वहीं लगभग 2456 किसानों से ऋण की वसूली शेष है। खरीफ सीजन में किसान खाद, बीज और रासायनिक उर्वरकों के लिए ऋण लेते हैं। अल्पकालीन ऋण का भुगतान मार्च तक करना होता है जिसे समाप्त होने में मात्र 13 दिन ही शेष है। ऐसे में यदि किसान शेष ऋण की राशि जमा नहीं करते हैं तो सहकारी बैंक उन्हें नोटिस जारी करने वाला है।
वर्षों के बकाया पर भी बैंक करेगी सख्ती दूसरी ओर पूर्व वर्षों का भी बकाया है। जिसकी वसूली नहीं हो पाई है। जिसे लेकर नोटिस देने की तैयारी चल रही है। कर्ज होने के कारण कई किसान धान खरीदी के लिए पंजीयन भी नहीं कराते। प्रतिवर्ष लोन देने का लक्ष्य बढ़ता जा रहा है, लेकिन इस साल लक्ष्य के आस-पास भी नहीं पहुंच पाए। जिले में 498 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था। इधर, धान की अंतर राशि निकालने के लिए किसान सहकारी बैंक पहुंच रहे हैं।
रबी के लिए लक्ष्य का 84 प्रतिशत ऋण बांटा
इस वर्ष रबी सीजन में 45 करोड़ रुपए ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। जिले में 6 हजार 176 किसानों ने 37 करोड़ 68 लाख रुपए जो कुल लक्ष्य का 84 प्रतिशत है का ऋण लिया है। मालूम हो कि 15 मार्च तक ऋण का वितरण किया जाता है। पिछले वर्ष से अधिक किसानों ने रबी सीजन में ऋण लिया है। रबी सीजन में इस बार किसानों में ऋण वितरण को लेकर उत्साह है।
खरीफ के लिए अप्रैल से ऋण वितरण
खरीफ सीजन के लिए ऋण वितरण अप्रैल माह से प्रारंभ होगा। जो सितंबर महीने तक चलेगा। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक खरीफ सीजन के लिए ऋण वितरण किया जाता है। 2024-25 में ऋण वितरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था। 498 करोड़ का लक्ष्य था। इसमें से 426 करोड़ का ऋण वितरण हो पाया है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अविनाश शर्मा का कहना है खरीफ फसल के लिए किसानों को ऋण दिया गया था उसमें 98 प्रतिशत वसूली हो चुकी है। किसानों के पास मार्च तक का समय है ऋण चुकाने के लिए। ऐसा न होने पर उन्हें नोटिस भेजा जाएगा।