पूर्व अध्यक्ष ने की भाजपा से बगावत, सैंकड़ों समर्थकों के साथ की रैली, भरा नामांकन पत्र

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कहा- मैं नहीं जानता डॉ. विमल चोपड़ा कौन
महासमुंद। महासमुंद नगर पालिका चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज़ भाजपा से बगावत कर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने सैंकड़ों समर्थकों के साथ बाजे गाजे और आतिशबाजी करते हुए सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंच कर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस रैली के जरिए प्रकाश चंद्राकर ने भाजपा-कांग्रेस को 2014 की नगर पालिका चुनाव की याद दिला दी। इस चुनाव में भी प्रकाश चंद्राकर निर्दलीय चुनाव लड़ कर दूसरे क्रम पर रहा, वही कांग्रेस और भाजपा तीसरे चौथे स्थान पर चली गई थी। जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार थीं।
नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा के बाद से दोनों ही राजनीतिक दल भाजपा कांग्रेस में अध्यक्ष पद के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त लगी रहीं। भाजपा सत्ता में होने के कारण दावेदारों की उम्मीद पार्टी को अधिक रहीं। लेकिन जैसे ही अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों की घोषणा हुई है, बहुत से दावेदारों चुनाव लड़ने का सपना अधूरा रह गया। इनमें से एक पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर है। पार्टी टिकट को लेकर शुरू से आस्वस्त प्रकाश चंद्राकर ने जैसे ही भाजपा ने डॉ. विमल चोपड़ा का नाम का ऐलान किया वैसे ही बागी तेवर अपनाते हुए सोमवार को अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ रैली निकाली। नगर के चौक चौराहे से होकर रैली गुजरी। रास्ते भर समर्थकों ने खुब आतिशबाजी की। और बैंडबाजे की धुन पर थिरकते हुए कलेक्टोरेट पहुंचा। और उन्होंने अपना नामनिर्देशन पत्र जमा किया।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर अपने आप को भाजपा टिकट का प्रबल दावेदार मान रहे थे, लेकिन भाजपा ने पूर्व विधायक व दो बार नगर पालिका अध्यक्ष रहे डॉ.विमल चोपड़ा को नगर पालिका अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया है। नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए प्रकाश चंद्राकर ने कहा कि यह जनता की मांग थी इसलिए नामांकन दाखिल किया और डॉ. विमल चोपड़ा कौन है मैं नही जानता। मैने अपने अध्यक्ष रहते जो काम किया था उसी आधार पर जनता हमें विजयी बनायेगी।
बता दें कि वर्ष 2014 में प्रदेश में भाजपा की सरकार थीं। नगरीय निकाय में अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष हुआ था। इसी दौरान भी प्रकाश चंद्राकर ने भाजपा से टिकट की दावेदारी पेश किया। लेकिन टिकट नहीं मिली और चंद्राकर ने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा। सिर्फ 14 वोट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पवन पटेल से हार गए। लेकिन इस चुनाव में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और भाजपा तीसरे चौथे स्थान पर खसक गई। 2020 में छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस ने नगरीय निकाय चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से करने का निर्णय लिया।
इस चुनाव में महासमुंद नगर के 30 वार्डों में 14 पार्षद भाजपा के जीत कर आए। 8 कांग्रेस के एक आम आदमी पार्टी और 5 सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की। प्रकाश चंद्राकर ने वार्ड 16 से पार्षद जीत कर भाजपा पार्षदों को साथ लेकर अध्यक्ष बने थे। अंदरुनी गुटबाजी ने ढाई साल में भाजपा पार्षदों ने मिलकर अपनी ही पार्टी के नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर को अविश्वास प्रस्ताव लाया और कुर्सी से हटा दिया।