पानी की समस्या से जूझ रहीं मेडिकल कॉलेज की छात्राएं

छात्रावास परिसर में बोर दो महीने से खराब
महासमुंद। मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्राएं पिछले दो माह से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पानी के लिए उन्हें परेशान तो होना ही पड़ रहा है। इसके साथ ही समय की बर्बादी के कारण उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। बावजूद अभी तक समस्या के समाधान के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। बड़ी ही मुश्किल से महासमुंद को मेडिकल कॉलेज मिला। क्षेत्र के लिए यह अत्यंत गौरव का विषय है। लेकिन इस गौरव को कायम रखने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है।
दरअसल बरोंड़ा बाजार लाइवलीहुड कॉलेज में कन्या छात्रावास है। यहां मेडिकल की 2023 बैच की 58 छात्राएं रहती थीं। छात्रावास परिसर स्थित बोर दो महीने से बिगड़ा है। इससे गंदा पानी आ रहा है। मरम्मत की जरूरत है। लेकिन प्रशासन पिछले दो महीने से छात्राओं को पानी की समस्या से निजात नहीं दिला पा रही है। समस्या को देखते हुए कभी कभार ही टैंकर की व्यवस्था की जाती है। अब यहां छात्राओं को कुआं से पानी लेकर पीने व नहाने की मजबूरी है।
प्रभावित छात्राएं डीन से विधायक तक को इस समस्या से अवगत करा चुकी हैं, बावजूद अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। जानकारी के अनुसार 2023 बैच सेकेंड ईयर की छह मेडिकल छात्राओं ने पेयजल व निस्तार समस्या से तंग आकर छात्रावास छोड़ दिए हैं। ये छात्राएं पीजी में रूम ले ली हैं। इसी राह में छात्रावास की अन्य छात्राएं भी शहर में पीजी रूम तलाशने में लगी हैं। संपन्न घरों के विद्यार्थियों के बीच आर्थिक परेशानी नहीं है, किन्तु मध्यमवर्गीय विद्यार्थियों के लिए यह समस्या बड़ी है।
इस संबंध में डीन डॉ. रेणुका गाहिने का कहना है बोर खराब होने पर पीएचई जांच के बाद ठीक कराया गया। लेकिन पानी नहीं है। फिर नया बोर कराया गया था पर उसमें भी पानी कम मिला। मेडिकल कॉलेज का छात्रावास मार्च तक बन जाएगा बाद सभी छात्राएं वहाँ शिफ्ट हो जाएंगी। फिलहाल छात्राओं को पॉलीटेक्निक कॉलेज हॉस्टल शिफ्ट किया जाएगा।