महिला जेल में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित, एचआईवी के बारे में भी दी गई जानकारी
रायगढ़, 30 नवम्बर 2024। विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार, प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। जितेन्द्र कुमार जैन, प्रधान जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष के मार्गदर्शन तथा श्रीमती अंकिता मुदलियार न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के नेतृत्व में महिला जेल बंदी गृह में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला जेल के महिला बंदी गृह में निरुद्ध महिला बंदियों को एचआईवी संक्रमण के बारे में जागरूकता लानेे एवं एड्स के बारे में शिक्षित करने और इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रयास करने हेतु जानकारी दी गई। श्रीमती कांति तिवारी काउंसलर, के द्वारा महिला बंदियों को एचआईवी से जुड़े कई मिथक की जानकारी दी गई, जैसे यह एक आम मिथक है कि एचआईवी केवल यौन संचारित होता है, एचआईवी संक्रमित खून, सीरम या अन्य शरीर के तरल पदार्थो के संपर्क में आने से भी फैल सकता है, यह एक और आम मिथक है कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को पहचानना आसान है, जबकि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति दिखने में सामान्य हो सकता है। श्रीमती पुष्पा पटेल, द्वारा महिला बंदियों को बताया कि एचआईवी संक्रमण के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं है और एचआईवी संक्रमण के शुरूआती चरण में कोई लक्षण दिखाई नहीं दे सकते हैं तथा सबसे महत्वपूर्ण कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति लंबे समय तक नहीं जी सकते, जबकि एचआईवी संक्रमण के बाद भी लोग लंबे और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं, एंटीवायरल दवाओं के साथ एचआईवी संक्रमित लोगों का जीवनकाल सामान्य लोगों के समान ही होता है।
न्यायाधीश व सचिव श्रीमती अंकिता मुदलियार ने कहा कि विधिक सेवा अधिनियम के उद्देश्य एवं गठन, नि:शुल्क विधिक सहायता की पात्रता, नालसा की योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया गया और आगे जिस तरह से संविधान की उदेशिका में एक-एक शब्द समानता को दर्शाता है। उसी प्रकार युवाओं, महिलाओं को संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों को अपने जीवन में अपनाना एवं उसकी पालन करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ संविधान के प्रावधानों से परिचित होना ही पर्याप्त नहीं है। अपितु हमें उसे व्यवहार में शामिल करने की भी आवश्यकता है। शिविर में महिला बंदी गृह की अधीक्षिका द्वारा कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में रूमा बोस प्रोग्राम मैनेजर एंजियों, कांति तिवारी कौंसलर, पुष्पा पटेल कौंसलर, लीगल एड डिफेंस कौंसिल के अस्सिटेंट रविन्द्र कुमार साव, जिला जेल के भानू प्रताप सांडे प्रहरी एवं पैरालीगल वालिंटियर उपस्थित रहे।