रोजगार दिवस पर ग्रामीणों को मिलेगी क्यूआर कोड प्रणाली की जानकारी

मनरेगा में पारदर्शिता की दिशा में एक और डिजिटल पहल
दुर्ग, 06 अक्टूबर 2025/ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में एक नई डिजिटल पहल की जा रही है। जिले की सभी ग्राम पंचायतों में आगामी 07 अक्टूबर 2025 को आयोजित रोजगार दिवस के अवसर पर ग्रामीणों को क्यूआर कोड प्रणाली की जानकारी दी जाएगी। इस पहल के तहत अब ग्रामीण अपने मोबाइल फोन से पंचायत भवन या सार्वजनिक स्थलों पर लगाए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर पंचायत से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकेंगे। इनमें पिछले तीन वर्षों के स्वीकृत कार्यों की सूची, व्यय राशि, प्रगतिरत कार्य, जॉब कार्डधारियों की संख्या और कुल सृजित मानव दिवस की जानकारी शामिल है। यह नवाचार कलेक्टर अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन में शुरू किया गया है। जिले की सभी पंचायतों में पंचायत भवन सहित प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर क्यूआर कोड चस्पा कर दिए गए हैं।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बजरंग कुमार दुबे ने बताया कि सभी जनपद पंचायतों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोजगार दिवस पर क्यूआर कोड प्रणाली की व्यापक जानकारी ग्रामीणों को दें और जनजागरूकता अभियान चलाएं। यह पहल ग्रामीणों को योजनाओं की निगरानी में सक्रिय भागीदारी का अवसर देती है। अब कोई भी ग्रामीण जान सकेगा कि उसके गाँव में विकास कार्यों पर कितना और कहाँ खर्च हुआ है। इससे न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी, बल्कि योजनाओं पर जनता का भरोसा भी मजबूत होगा। ग्रामीण अब केवल दर्शक नहीं, बल्कि अपने गाँव के विकास की सक्रिय निगरानी करने वाले सहभागी बनेंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर तकनीक के इस उपयोग से ग्रामीण समाज को एक नई ताक़त मिलेगी, क्योंकि अब हर विकास कार्य का हिसाब हर नागरिक की नज़रों के सामने होगा।