आंगनबाड़ी केन्द्रों में पालक बैठक, बच्चों के विकास के लिए माता-पिता को संवेदनशील व जागरूक बनाने की पहल
कोण्डागांव, 05 जून 2025। महिला बाल विकास विभाग के द्वारा यूनिसेफ और विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसायटी के तकनीकी सहयोग से जिले में संवेदनशील पालकत्व ‘परवरिश के चौंपियन‘ कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास में पालकों की संवेदनशील परवरिश पर समझ विकसित करना है। इसी परिप्रेक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग जिला कोंडागांव द्वारा गुरूवार 5 तारीख को जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में पालक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का उद्देश्य शिशुओं के 6 माह के होने के उपरांत ऊपरी आहार की महत्ता को लेकर जागरुकता बढ़ाना है। बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा 6 माह के बाद शिशु को स्तनपान के साथ-साथ ऊपरी आहार के आवश्यकता की जानकारी सरल भाषा में दी गई। पालकों को घर में उपलब्ध स्थानीय व सुलभ सामग्री से पौष्टिक ऊपरी आहार तैयार करने के तरीके समझाए गए। साथ ही यह भी बताया गया कि भोजन की मात्रा और स्वच्छता का पालन कैसे किया जाए, ताकि बच्चों का समुचित विकास हो सके। इस अवसर पर चुनिंदा आंगनबाड़ी केंद्रों में ऊपरी आहार संबंधी प्रदर्शनी और भोजन चखने की गतिविधियों भी आयोजित की गई।
इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि ‘ऊ से ऊपरी आहार‘ विषय पर जागरुकता का प्रचार-प्रसार बेहद जरुरी है, इस तरह के प्रयास शिशु स्वास्थ्य और पोषण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यह पहल विभाग की संयुक्त प्रतिबद्धता का प्रतीक है। पालक बैठक में माता-पिता, दादा-दादी के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों की भी भागीदारी देखी गई। इस अवसर पर उपस्थित पालकों ने संवेदनशील परवरिश पर अपने अनुभव भी साझा किए।