कोयला उद्योग राष्ट्र की प्रगति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है: जी किशन रेड्डी

कोयला मंत्रालय ने खान डेवलपर्स सह संचालकों (एमडीओ) के संबंध में हितधारकों के साथ परामर्श और स्टार रेटिंग पुरस्कार समारोह का आयोजन किया
नई दिल्ली,22 अक्टूबर 2024। कोयला मंत्रालय ने नई दिल्ली में कोयला और लिग्नाइट खानों के लिए स्टार रेटिंग पुरस्कार समारोह, खान डेवलपर्स सह संचालकों (एमडीओ) के संबंध में हितधारकों से परामर्श और भारत की कोयला निर्देशिका के विमोचन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। कोयला और लिग्नाइट खानों के असाधारण प्रदर्शन को मान्यता देने, प्रमुख हितधारकों के साथ चर्चा और कोयला क्षेत्र में मूल्यवान जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम का भव्य समापन हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी. किशन रेड्डी मुख्य अतिथि और केंद्रीय कोयला और खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी की अध्यक्षता में ऊर्जा मंत्रालय, रेलवे, पर्यावरण और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा खान सुरक्षा महानिदेशालय ( डीजीएमएस) से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए खान डेवलपर्स सह संचालनकर्ताओं से संबंधित हितधारकों के साथ संवाद सत्र हुआ। इस सत्र का उद्देश्य एमडीओ के सामने आने वाली चुनौतियों की गहन समझ को बढ़ावा देना था। इस दौरान अंतर-मंत्रालयीय समन्वय पर भी जोर दिया गया। इन मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया और एमडीओ की ओर से उठाए गए मुद्दों पर अपने विचार और दृष्टिकोण प्रस्तुत किए। इसके अलावा, उन्होंने एमडीओ को अपने पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और कोयला उत्पादन तथा प्रेषण की बाधाओं को दूर करने के लिए मिलकर काम करने पर जोर दिया। यह सत्र कोयला क्षेत्र के लिए अधिक उत्तरदायी और सबको साथ लेकर चलने के लिए माहौल के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने संबोधन में कोयला उत्पादन बढ़ाने में एमडीओ ढांचे के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने एमडीओ के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि उत्पादन लक्ष्य हासिल करने में उनकी कड़ी मेहनत की अहम भूमिका है। उन्होंने राज्य सरकारों के साथ समन्वय के महत्व पर जोर देते हुए इस बात पर भी प्रकाश डाला कि आने वाले वर्षों में ऊर्जा की मांग बढ़ने की उम्मीद है, जबकि कोयला ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत बना रहेगा।
मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि कोयला उद्योग हमारे देश की प्रगति को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण शक्ति रहा है और एमडीओ की प्रभावी भागीदारी आयात को कम करने तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप कोयला क्षेत्र की आत्मनिर्भरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
मंत्री ने खान मजदूरों और उनके परिवारों के कल्याण और उनकी सुरक्षा के विषय में भी चर्चा की और खनन कार्यों के लिए अपनी जमीन देने वाले लोगों के त्याग की प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि हमें सभी खान मजदूरों के साथ मानवता से पेश आना चाहिए।
मंत्री ने आयात कम करते हुए घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने वैज्ञानिक तरीके से खानों को बंद करने के महत्व पर प्रकाश डाला और इस तरह की गतिविधियों में सामूहिक योगदान का आह्वान किया। मंत्री महोदय ने कहा कि अगले 3-4 वर्षों में खानों को बंद करने का हर लंबित काम पूरा कर लिया जाना चाहिए। भारत का लक्ष्य इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में वैश्विक मानदण्ड स्थापित करना है और जिम्मेदार तरीके से खानों को बंद करने की प्रक्रिया में सबसे आगे रहना है। उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और मिल-जुलकर काम करने का आश्वासन दिया।
श्री रेड्डी ने उत्तरदायित्वपूर्ण व्यवहार, सुरक्षा और पर्यावरण मानकों के प्रति प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। उन्होंने कोयला खनन क्षेत्र में दीर्घकालिक रूप से आगे बढ़ने और नवाचार के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को भी दोहराया, जिससे देश के लिए ऊर्जा सुरक्षा का भविष्य अधिक सुरक्षित और प्रशस्त होगा।