किसानों को मिली मछली पालन की तकनीकी जानकारी

सुकमा, 27 सितंबर 2024। कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम सहायक डा. संजय सिंह राठौर ने धोबनपाल और पुजारीपाल के मछली पालकों के तालाब का निरीक्षण किया। धोबनपाल के एक मछली पालक कोसाराम मंडावी ने बावड़ी में मर रही मछलियों की जानकारी कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम सहायक डॉ संजय सिंह राठौर को दी। उन्होंने मछली पालक को उचित सलाह देने के लिए उनके धोबनपाल स्थित तालाब का निरीक्षण किया और बताया कि उनकी मछलियों में किसी प्रकार की बीमारी नहीं है, समस्या पानी की गुणवत्ता में है। उन्होंने चूना 250 किलो/हे. और नमक 50 किलो/हे. डालने की सलाह दी। उन्होंने धोबनपाल स्थित अन्य तालाबों का भी निरीक्षण किया और किसानों को तालाब में मछली डालने से पूर्व गोबर, यूरिया और सिंगल सुपर फास्फेट डालने को कहा जिससे पानी में फाइटो और जूप्लैंक्टन विकसित हो और मछलियों को अधिक से अधिक प्राकृतिक चारा उपलब्ध हो सके। इससे दाना डालने की लागत कम होती है और मछली का समग्र विकास भी तेजी से होता है। इसके साथ उन्होंने पुजारीपाल स्थित तालाबों का भी निरीक्षण किया और किसानों को मछली पालन की तकनीकी जानकारी दी और उन्हें आश्वस्त किया कि परंपरागत तरीकों में थोड़ा सुधार करके किसान अपनी आय को दुगुना कर सकते हैं। निरीक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के ज्योतिष कुमार पोटला भी उपस्थित रहे।