
धर्मशाला। एक बार फिर पिच देखकर गेंदबाज खुश हैं, लेकिन इस बार खुशी स्पिनरों नहीं, बल्कि तेज गेंदबाजों के चेहरे पर दिख रही है। भारत में हुए पिछले 23 टेस्ट मैचों में जो नहीं हुआ वह पहली बार टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहे धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के स्टेडियम में हो सकता है।
पिछले तीन सालों से भारत में स्पिनरों की ऐशगाह में खेल रही भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में तेज गेंदबाजों की मुफीद पिच पर उतरना पड़ सकता है।
अगर ऐसा होता है तो भारतीय कप्तान कोहली के सामने ये धर्मसंकट होगा कि वह कैसा टीम संयोजन रखते हैं। चोटिल होने के बाद विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल में बंगाल की तरफ से चार विकेट झटककर टीम से जुड़ने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भी चौथे टेस्ट के लिए मैच फिट नहीं हैं।
अगर पिच शनिवार की सुबह तक ऐसी ही रहती है तो विराट शमी के नहीं खेलने की स्थिति में ईशांत शर्मा और उमेश यादव के साथ स्विंग के माहिर भुवनेश्वर कुमार को उतार सकते हैं।
