
अल्पसंख्यक और अन्य आयोगों के पुनर्गठन के मुद्दे पर राज्यसभा की बैठक आज दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित की गई। आज जैसे ही बैठक शुरू हुई कांग्रेस के नरेन्द्र बुदानिया ने यह मुद्दा उठाया, जिसका समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने समर्थन किया। इसका जवाब देते हुए संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आश्वासन दिया कि सरकार अल्पसंख्यक आयोग के गठन की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। उन्होंने कहा कि आयोग में जैन समुदाय को भी शामिल किया जाएगा।
श्री नकवी के उत्तर से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्य नारे लगाते हुए सदन के बीचों-बीच आ गए। इसकी वजह से दोपहर बाद दो बजे तक सदन की बैठक थोड़ी-थोड़ी देर के लिए चार बार स्थगित करनी पड़ी। दोपहर सवा बारह बजे बैठक फिर शुरू होने पर भी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया। इसलिए सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने बैठक दोपहर बाद दो बजे तक स्थगित कर दी।
इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के श्री शरद यादव ने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़ा वर्गों के लिए निर्धारित नौकरियों में सरकार से यथासंभव जल्दी से जल्दी भर्ती करने की मांग की। कांग्रेस के श्री दिग्विजय सिंह ने गोवा में सरकार गठन के बारे में उनके मूल प्रस्ताव की स्थिति के बारे में उपसभापति से जानना चाहा।
सूचना और प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने सभापति से कहा कि वे विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर स्पष्टीकरण देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सदस्य नोटिस दें और सरकार बहस के लिए तैयार है।
