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12 मार्च से शुरु होगा कोण्डागांव का प्रसिद्ध मेला

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कोण्डागांव :कलेक्टर नीलकंठ टीकाम की अध्यक्षता में दिनांक 25 फरवरी को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कोण्डागांव के प्रसिद्ध वार्षिक मेले की तैयारी के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी। आगामी 12 मार्च से प्रारंभ होने वाले मेले की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर द्वारा संबधित विभागों को दायित्व सौंपे गए। बैठक जानकारी दी गयी कि मेला दिवस के एक दिन पूर्व अर्थात सोमवार की रात्रि को निशा जात्रा का आयोजन ग्राम देवी शीतला माता समिति द्वारा किया जाता है। तत्पश्चात् मंगलवार को विभिन्न गांव के देवी-देवताओं द्वारा मेला स्थल की भव्य परिक्रमा होने के साथ मेले का औपचारिक शुभारंभ होने के साथ ही नर्तक दलों द्वारा लोक नृत्यों का प्रदर्शन बुधवार के दिन सम्पन्न होता हैं।

जिला कलेक्टर ने बैठक में बताया कि इस वर्ष भी हस्तशिल्प विभाग द्वारा जिले के विख्यात टेराकोटा, बेलमेटल, लौह, ढोकरा एवं तुम्बा शिल्प पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जायेगी। इसके अलावा मेला स्थल में साफ-सफाई, पेजयल एवं प्रकाश की व्यवस्था को सुचारु रुप से बनाये रखने के लिए मुख्य नगरपालिका अधिकारी विद्युत विभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को दायित्व सौपा गया है। इसके साथ ही मेले में चिकित्सा व्यवस्था, वाहनों के पार्किंग व्यवस्था को दूरुस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एंव पुलिस के अमले तैनात रहेंगे। मेले के स्थल में जगह जगह पेयजल स्टाल होने के साथ ही आकस्मिक चिकित्सा सुविधा की दृष्टि से 108 एम्बुलेंस की सुविधा रहेगी ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति आने पर तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया करा सके। मेले में परम्परा अनुसार सभी नर्तक दलों की एन.सी.सी. ग्राउण्ड कोण्डागांव में ‘‘नाच‘‘ प्रतियोगिता आयोजित होगी इसके लिए बेरिकेटिंग का कार्य, नर्तक दलों का लाने-पहुंचाने एवं आवास की व्यवस्था आदिम जाति विभाग एवं जनपद पंचायत कोण्डागांव द्वारा की जायेगी। नर्तक दलों के भोजन व्यवस्था हेतु वनमण्डलाधिकारी दक्षिण वनमण्डल कोण्डागांव द्वारा जलाउ लकड़ी उपलब्ध कराया जायेगा। चूंकि इस माह से ही शालाओं की परीक्षा प्रारंभ होने से कोलाहल अधिनियम भी लागू होगा। अतः मेला स्थल पर सर्कस, मीना बाजार व अन्य दुकानदारों द्वारा उपयोग किए जाने वाले ध्वनि विस्तारक यंत्रो को मध्यम धीमी गति व रात्रि 10 बजे तक किए जाने का निर्णय लिया गया है। मेला स्थल में भारी भीड़ को देखते हुए ईको फ्रेंडली प्रसाधन कक्ष की भी व्यवस्था की जायेगी। इसके साथ ही कलेक्टर ने बताया कि मेले मे स्वच्छता बनाये रखने के लिए प्रत्येक दुकानो के सामने कचरा पेटी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से किया जाना होगा। इसके अलावा दूर-दराज क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए रात्रिकालीन विश्राम एवं रुकने की व्यवस्था हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी को निर्देशित किया गया है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुजूर, एसडीएम टेकचन्द अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के.कनवर, सीएमओ लालसिंग मरकाम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी.आर.सोरी, नगरपालिका, पार्षदगण, तरूण गोलछा, गितेश गांधी, मेला समिति के पदाधिकारी, मिडिया प्रतिनिधि एंव समाजप्रमुख उपस्थित थे।

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