एनआईटी रायपुर में आयोजित किया गया नया भारत उत्सव युवा संवाद
राष्ट्रीय प्रद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर ने 22 अगस्त, 2024 को “नया भारत उत्सव” के तहत “युवा संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो मोदी सरकार के 10 साल पूरे होने पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रायपुर के लोकसभा सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल रहे। विशेष अतिथि के रूप में डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला, कुलपति, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, डॉ. राजीव प्रकाश, निदेशक, आईआईटी भिलाई, डॉ. शैलेन्द्र शुक्ला, सेवानिवृत्त अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत बोर्ड (सीएसईबी) और दीपक म्हस्के, स्वतंत्र निदेशक, पेट्रोलियम मंत्रालय, भारत सरकार मौजूद रहे। कार्यक्रम की मेजबानी एनआईटी रायपुर के निदेशक, डॉ. एनवी रमना राव ने की। डॉ. अनुज शुक्ला, दानसिंह देवांगन, पल्लवी पांडेय और संजय जोशी आयोजन समिति के सदस्य रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन वी रमना राव के भाषण से हुई। उन्होंने संस्थान की भूमिका को एक तकनीकी नवाचार और खोज केंद्र के रूप में उजागर किया। प्रधानमंत्री मोदी के नए और बेहतर भारत के सपने को बताते हुए, उन्होंने कहा कि मजबूत शैक्षिक संस्थानों के जरिए भारत को और ताकतवर बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कैसे सरकार की नीतियों में नए विचारों को अहमियत देने से भारत ने गांवों से लेकर शहरों तक में बड़ी तरक्की की है।
आईआईटी भिलाई के निदेशक डॉ. राजीव प्रकाश ने “विकसित भारत @2047” के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता पर बात की और छात्रों के प्रयासों की देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे आईआईटी भिलाई ने फिनटेक, एग्रीटेक और मेडटेक क्षेत्रों में निवेश किया और कॉलेज में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा भी दिया।
पेट्रोलियम मंत्रालय के दीपक म्हस्के ने पिछले दस साल में भारत की प्रगति, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान इसकी मजबूती पर विचार साझा किए। उन्होंने छात्रों को देश की प्रगति में योगदान देने के लिए उत्साहित किया।
सीएसईबी के सेवानिवृत्त अध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र शुक्ला ने ऊर्जा क्षेत्र में हुए सुधारों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पिछले दस साल में बिजली उत्पादन चार गुना बढ़ गया है और “वन नेशन, वन ग्रिड” नीति ने बिजली कटौती को कम करने और शहरी विकास को तेज करने में मदद की है।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला ने विशेष रूप से नोटबंदी के बाद भारत के आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने प्राचीन संस्कृति को पुनर्जीवित करने के सरकार के प्रयासों की सराहना की, जिसे देश के विकास के लिए आवश्यक माना जाता है।
सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने उपस्थित छात्रों के साथ एक संवाद सत्र में हिस्सा लिया। एनआईटी के छात्र राहुल ने पूछा कि भारत कब विश्व गुरु बनेगा। इस पर सांसद महोदय ने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीतियों की तारीफ की, जो दूसरे देशों के साथ आपसी सम्मान और सहयोग पर आधारित हैं। उन्होंने बताया कि कैसे चीन से उद्योग भारत आ रहे हैं और भारत की प्रतिभाशाली जनसंख्या इस विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
एनआईटी की पीएचडी छात्रा कुमारी दुर्गा पटेल ने श्री बृजमोहन अग्रवाल से उनके कॉलेज जीवन और उनके राजनीतिक करियर में प्रेरणा के बारे में पूछा। उन्होंने छात्र राजनीति में अपने शुरुआती संघर्षों और एक युवा नेता के रूप में अपने अनुभवों को साझा किया। श्री अग्रवाल ने उभरते नेताओं को सलाह दी कि वे मतदाताओं के साथ मजबूत संबंध बनाएं और जीवन में दयालु और परिश्रमी बने रहें।
इस कार्यक्रम में एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया जो मोदी सरकार के दस साल को प्रदर्शित कर रही थी और इस दौरान विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों के स्टॉल का प्रदर्शन भी किया गया। देश के विकास के लिए सरकारी नीतियों पे विचार करने के लिए सरकार द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को इस दौरान पुरस्कार और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
समारोह का समापन संस्थान के सांस्कृतिक क्लब “रागा” और “नृत्यम” द्वारा किए गए आकर्षक प्रदर्शन और डॉ. अनुज शुक्ला के धन्यवाद भाषण के साथ हुआ।
